जहानाबाद से शिवा केशरी कि रिपोर्ट
बिहार, जहानाबाद : जहानाबाद में सूफी महोत्सव (Sufi Festival in Jehanabad) विख्यात काको स्थित हजरत बीबी कमाल की दरगाह पर चादरपोशी कर सूफी महोत्सव का उद्घाटन। अपनी दुआओं के असर के लिए विख्यात काको स्थित हजरत बीबी कमाल की दरगाह पर चादरपोशी कर सूफी महोत्सव का उद्घाटन पर्यटन विभाग के निदेशक कँवल कुंज, सांसद चंदेश्वर चंद्रवंशी विधायक सतीश दास , रामबली सिंह यादव, सुदय यादव डी एम रिची पांडेय, एस पी दीपक रंजन ने संयुक्त रूप से किया ने किया। बता दें के कोरोना प्रतिबंधों के कारण यह महोत्सव दो वर्षों से स्थगित था।
चादरपोशी में डी डी सी परितोष कुमार, एस डी एम मनोज कुमार, एस डी पी ओ अशोक कुमार पांडेय सहित कई अधिकारीयों के साथ शिक्षाविद शकील अहमद काकवी, मुज़म्मिल इमाम, सज्जाद आलम रहमानी राशिद परवेज़ विनय कुमार विद्यार्थी फहदुल हक, ताबिश निशात सहित हज़ारों की संख्या में लोग मौजूद रहे। वंही सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी रही।
सूफी महोत्सव को लेकर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम का विधिवत उद्घटान
सूफी महोत्सव को लेकर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम का विधिवत उद्घटान बिहार पर्यटन विभाग के निर्देशक कँवल तनुज, सांसद चंदेश्वर चंद्रवंशी,डी एम रिची पांडेय एस पी दीपक रंजन विधायक रामबली सिंह यादव, सतीश दास, सुदय यादव द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। साथ ही डी एम रिची पांडेय द्वारा हज़रत बीबी कमाल के मकबरे की महत्वता पर प्रकाश डालते हुए इसे बिहार के ऐतिहासिक पुरात्विक धार्मिक और साम्प्रदयिक सद्भाव के केंद्रों में से एक बताया । इस महोत्सव में पहली बार लेज़र शो के माध्यम से हज़रत बीबी कमाल के मकबरे और उनसे जुड़ी कथा बताई गयीं। जो इस आयोजन के आकर्षण का केंद्र रहा। वंही लेखक अल्मा शम्सी द्वारा लिखित काको की कहानी का भी विमोचन इस कार्यक्रम के दौरान हुआ दो साल के बाद आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम का आनंद लेने के लिए हज़ारों की संख्या में दर्शक पहुंचे।
कोरोना प्रतिबंधो के कारण दो सालों बाद आयोजित सूफी महोत्सव को पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन के द्वारा फिर से शुरु किया गया.
इस कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध सूफी गायिका डॉ ममता जोशी, दिलीप परिहार के अलावा कई अन्य स्थानीय सूफी गायक ने अपनी प्रस्तुति दी. वहीं सूफी महोत्सव का आगाज होते ही डॉ ममता जोशी ने माहौल बना दिया। अपनी खनकती आवाज में जब उन्होंने ने मन कुंतो मौला, मेरी सांसो में अली है और मेरा पिया घर आया जैसे सूफियाना गीत गाना शुरू किया । तो श्रोता मंतमुगध हो गए दूसरी बार सूफी महोत्सव में काको पहुंची ममता जोशी को सुनने के लिए पहुंचे हजारों श्रोता उनकी आवाज पर झूमने पर मजबूर हो गए। वंही स्थानीय कलाकारों में एहसान आलम, शिवानी भट्ट, विनय कुमार विकल ने भी अपने सुरों से दर्शकों को बांधे रखा। हालाँकि हर बार की तरह इस बार व्यवस्थाओं में थोड़ी कमी दिखी जिससे दर्शकों में मायूसी रही।