जमुई से अमित कु. सविता की रिपोर्ट
जमुई : सोमवार (6-June-2022) को जमुई को धूम्रपान मुक्त जिला घोषित किया गया। जमुई बिहार का 19 वां धूम्रपान मुक्त जिला बन गया है। इससे पहले बिहार के 18 जिलों को धूम्रपान मुक्त जिला घोषित किया जा चुका है। अब जमुई में सार्वजनिक स्थानों पर तंबाकू का सेवन प्रतिबंधित है। प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ COTPA – 2003 अधिनियम के तहत विधि – सम्मत कार्रवाई होगी।
बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे पटना स्थित होटल चाणक्य के प्रशाल में आयोजित तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत जमुई जिला को सूबे का 19 वां ध्रूमपान जिला घोषित करते हुए यहां के जिलाधीश अवनीश कुमार सिंह को स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने मौके पर कहा कि ध्रूमपान धीमी आत्महत्या है।
उन्होंने तंबाकू नियंत्रण हेतु राज्य सरकार के द्वारा चलाए जा रहे तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम की विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि तंबाकू नियंत्रण अधिनियम COTPA – 2003 की विभिन्न धाराओं का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित कराएं। श्री पांडे ने कहा कि जिलों की स्थिति जानने के लिए राज्य स्वास्थ्य मिशन के द्वारा समय – समय पर स्वतंत्र एजेंसी से अनुपालन सर्वेक्षण कराया जाता है। इस अनुपालन प्रतिवेदन के आधार पर COTPA – 2003 की धारा 04 (सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान पर प्रतिबंध) के अनुपालन की बेहतर स्थिति के अनुसार जिलों को धूम्रपान मुक्त घोषित किया जाता है। उन्होंने इस मामले में जमुई जिला के खरा उतरने का ऐलान करते हुए कहा कि इसके लिए जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह प्रशंसा के पात्र हैं।
उधर डीएम श्री सिंह ने कहा कि जमुई को स्मोक फ्री जिला बनाने का अभियान 2014 से ही चलाया जा रहा है। आज लगभग 08 साल बाद जिले को धूम्रपान मुक्त जिला होने का गौरव प्राप्त हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि धूम्रपान मुक्त जिला घोषित करने के बाद अब हमलोगों को अपने जिले को तंबाकू मुक्त जिला बनाने की मुहिम शुरू करनी है ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियों को इसके दुष्प्रभावों से बचाया जा सके। डीएम ने कहा कि ध्रूमपान मुक्त जिला घोषित होने के बाद हमें विशेष रूप से सतर्क और सचेत रहने की आवश्यकता है।
उन्होंने तंबाकू नियंत्रण हेतु जिले में गठित छापामार दस्ते के सभी सदस्यों को शैक्षणिक संस्थानों के 100 मीटर के अंदर अवस्थित सभी तंबाकू उत्पाद बेचने वाले दुकानदारों को हटाने एवं नियमित रूप से छापामारी करने का निर्देश दिया। कहा कि जमुई को धूम्रपान मुक्त जिला घोषित किए जाने पर मुझे अपार प्रसन्नता हो रही है। इस कार्य हेतु डीएम ने जिले की आम जनता, शैक्षणिक संस्थानों, सहयोगी संस्था, जिला स्तरीय पदाधिकारी, अनुमंडल स्तरीय पदाधिकारी, प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के सभी पदाधिकारी, पुलिस विभाग के सभी पदाधिकारी, जिले के तमाम खबरनबीसों सहित जिले के सभी नागरिकों को धन्यवाद एवं बधाई देते हुए उनके प्रति आभार जताया।
जिलाधिकारी श्री सिंह ने कहा कि इस अभियान को सफल बनाने हेतु आमजनों के बीच तंबाकू के सेवन के दुष्प्रभावों के संबंध में जागरूक करना होगा। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हम सभी कोविड -19 से लड़ रहे हैं उसी प्रकार हमें तंबाकू को समाप्त करने हेतु लड़ाई लड़नी होगी। उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल में तंबाकू छोड़ने में मदद करने हेतु तंबाकू विमुक्ति केंद्र संचालित है। उन्होंने सिविल सर्जन को सदर अस्पताल तथा प्रखंड स्तरीय सीएचसी के ओपीडी में तंबाकू इस्तेमाल करने वाले मरीजों के आने पर उनका तंबाकू मुक्ति केंद्र में जाकर काउंसलिंग (परामर्श सेवा) कराने का निर्देश दिया गया।
डीएम ने सरकार द्वारा तय मानकों के मूल्यांकन पर जमुई जिला को 93 प्रतिशत अंक हासिल होने की जानकारी देते हुए कहा कि श्रेष्ठतम अंक प्राप्त कर इस जिला ने ध्रूमपान मुक्त जिला बनने का गौरव प्राप्त किया है।
समारोह में स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारी , तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अधिकारी समेत अन्य सम्बंधित जन उपस्थित थे।

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