जमुई से विजय कुमार कि रिपोर्ट
जमुई : आसमान से बरसी आफत ने गिद्धौर के निम्नवर्गीय परिवार के खुशियों की आहूति ले ली । इससे यह परिवार आज खुले आसमान में जिंदगी बसर करने को मजबूर है । मामला गिद्धौर प्रखंड के गंगरा पंचायत अन्तर्गत तारडीह गांव के वार्ड नंबर दो का है जहां पिछली बार की बारिश ने बसंती देवी का आशियाना उजाड़ दिया । तब से लेकर आजतक पीड़ित परिवार सरकारी दफ़्तर की दौड़ लगा रही है। यूं तो केन्द्र सरकार 2022 के अंत तक हर गरीब वर्ग को पक्के मकान दिलाने का दावा ठोक दिया है, पर विभागीय कर्मी ही अब केन्द्र सरकार के फ़रमान पर पलीता लगा रहे हैं ।
अपनी आपबीती सुनाते हुए पीड़ित बसंती देवी बताती हैं कि, पति बाहर रहकर दैनिक मजदूरी का काम करते हैं, जिससे दो वक्त की रोटी का जुगाड़ होता है। गिरे हुए घर को पुनः खड़ा करने की जद्दोजहद में लगे हैं, बावजूद इसके विभाग और विभागीय कर्मी इस ओर उदासीन बने हैं । वहीं , समाजसेवी चंदा देवी ने कहा कि आवास योजना में पूरी तरह से लूट मची हुई है। इंदिरा आवास सहायक सूची में नाम जोड़ने की आवाज में पैसे की मांग करता है। और कहता है, कि पैसा नहीं दोगे तो सूची में नाम नहीं जुड़ेंगे। यही नहीं जिस लाभुक का आवास मिल गया है, वैसे लाभुक से मोटी रकम भी वसूली जा रहा है। ऐसे मामले पर किसी भी पदाधिकारी का ध्यान नहीं जा पा रहा है।
इधर, इस महत्वकांक्षी योजना में मची लूट को लेकर समाजसेवी , सचिदानंद मिश्र्, कुणाल सिंह, श्रवण यादव, आदि ने कड़ी शब्दों में निंदा करते हुए आलाधिकारियों से रोक लगाने की मांग करते हुए बसंती देवी के आवास मुहैया करवाने की बात कही है।