जानिए महाराज को ज्ञान कैसे प्राप्त हुआ उनकी पूरी कहानी, जीवनी, संपूर्ण जानकारी एवं इतिहास
Quick information about Shri Dhirendra Krishna Shashtri ji :-
वास्तविक नाम (Real Name) | श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री |
पत्नी का नाम (Wife Name) | नहीं |
वैवाहिक स्थिति (Marital Status) | अज्ञात |
जन्म तिथि (Date of Birth) | 4 जुलाई 1996 |
रंग (Colour) | गोरा |
उम्र (Age) | 27 साल (2023 के अनुसार) |
लंबाई (Height) | 5’9″ फीट |
मासिक आय (Monthly Income) | अज्ञात |
जन्म स्थान (Birth place) | गढ़ा, छतरपुर, मध्यप्रदेश, भारत |
नागरिकता (Nationality) | भारतीय |
Table of Contents
बागेश्वर वाले महाराज उर्फ धीरेन्द्र कृष्ण जी की जीवनी/जीवन परिचय ( Shri Dhirendra Krishna Shashtri Biography in Hindi)
वर्तमान समय में सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा प्रसिद्धि व लोकप्रियता का विषय बागेश्वर धाम बना हुआ है। ये एक ऐसा धाम हैं जिसमें बालाजी सरकार का द्वार लगता है और सालों से यहां देश विदेश के लोग हजारों की तादात में आ रहें हैं। बालाजी सरकार और बागेश्वर धाम के मुख्य पुजारी व महाराज, श्री धीरेन्द्र कृष्ण जी है। जिन्हे भगवान हनुमान जी की एक प्रति के रूप में माना जाता है।
इनका जन्म मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के अन्तर्गत आने वाला एक छोटे से गांव गढ़ा में हुआ था, इनका जन्म लगभग सन् 1995 के दौरान हुआ और शुरू से ही वो इसी मंदिर और आश्रम में रहने लगे थे।
ऐसा बताया जाता है कि श्री बालाजी भगवान का ये मंदिर कई वर्षों पुराना है जिसमें श्री धीरेन्द्र कृष्ण जी महाराज की 3-4 पीढ़ी बालाजी की अर्चना में व्यतीत हुईं , इनके दादा जी ने इस मंदिर का पुनर्निर्माण कराया तभी से विशाल दरबार की शुरुआत हुई।
मात्र 9 वर्ष की आयु में श्री धीरेन्द्र जी बालाजी महाराज की सेवा में लग गए और गुरुओं द्वारा दिखाए गए मार्गदर्शन को अपनाया इन्हे एक अच्छे व सच्चे शिष्य की भांति आज्ञा का पालन किया व सभी नियमों को बखूबी निभाया भी।
इन्होंने अपने बचपन से ही भारतवर्ष के लोगों को यहां आते देखा और भारी संख्या में भक्तों का आना इन्हे बहुत ही अच्छा लगता था। इनका बचपन खेल कूद में नहीं वल्कि भगवान की पूजा अर्चना और कड़ी मेहनत के साथ बीता क्योंकि इन्होंने आम बचपन नहीं जिया, इनकी पारिवारिक स्थिति भी कुछ खास नहीं थी , जिसका असर इनकी पढ़ाई पर भी हुआ।
जैसे जैसे ये बड़े होते गए इनके अंदर एक अलग छिपी पहचान बाहर आई कारणवश लोग इन्हे भगवान हनुमान जी की एक प्रति की तरह मानने लगे। क्योंकि इनके द्वारा बताया गया हर एक शब्द सच्चा साबित होता है और यहां आने वाले लोगों पर बालाजी महाराज की महीम कृपा बनी रहती है।
आज इन्हे पूरा भारत ही नहीं, वल्कि विदेश में भी इनकी लोकप्रियता का अंदाजा लगाना आसान काम नहीं है।
श्री धीरेंद्र कृष्ण विकी/बायो/पेशेवर जानकारी Shri Dhirendra Krishna Wiki/Bio/Info
पूरा नाम ( full name) | श्री धीरेन्द्र कृष्ण जी महाराज ( Shree Dheerendra Ji Maharaj) |
प्रचलित नाम ( famous name/ known as) | बागेश्वर वाले महाराज ( Bageshwar wale Maharaj) बालाजी जी महाराज ( Balaji Maharaj) |
उपनाम ( nick name) | महाराज बगेश्वरधाम (Maharaj Bageshwar Dham) |
जाति ( caste) | पंडित / ब्रम्हाण ( Pandit/Bramhan) |
जाति का वर्ग ( caste categ.) | सामान्य ( General) |
धर्म ( religion) | हिन्दू ( Hindu) |
नागरिकता ( nationality/citizenship) | भारतीय ( Indian) |
जन्म तिथि ( date of birth) | 4 जुलाई 1996 |
जन्म स्थान ( birth place) | गढ़ा, छतरपुर, मध्यप्रदेश, भारत |
राज्य ( state) | मध्यप्रदेश |
राशि चक्र ( zodiac sign) | धनु राशि |
बोलचाल की भाषाएं ( languages) | बुन्देली, संस्कृत, हिंदी,अंग्रेजी |
निवास स्थान ( residence address) | गढ़ा, छतरपुर |
प्रसिद्ध का कारण ( reason behind the popularity) | भगवान बालाजी सरकार की प्रसिद्धि |
कार्यकाल ( active year) | 2003 से वर्तमान |
उच्चतम शैक्षणिक उपाधि ( Higher education qualification) | बी ए ( B.A) |
श्री धीरेंद्र कृष्ण जी का शारीरिक मापदण्ड ( Physical Fitness of Shri Dhirendra Krishna ji)
श्री धीरेन्द्र कृष्ण जी का कद ( heigh) | 5’9″ फीट |
वज़न ( body weight) | 64 किलोग्राम |
रंग रूप ( skin colour) | गोरा रंग |
आंखो का रंग ( eye colour) | काला रंग |
बालों का रंग ( hair colour) | काला रंग |
बालों की शैली ( hairstyles) | लंबे घने बाल |
जूते का माप ( shoes number) | 8 IND |
श्री धीरेंद्र कृष्ण जी का प्रारंभिक जीवन ( Early life of Shri Dhirendra Krishna ji)
इन्होंने शुरुआती शिक्षा इनके दादा जी के साथ रहकर संपन्न हुई, इनके दादाजी एक विद्वान शास्त्री थे जो संस्कृत भाषा पढ़ाते थे। इन्होंने अपने दादाजी के आदेश अथवा मार्गदर्शन के अनुसार सारा काम किया । इनके दादाजी पूरे प्रदेश के जाने माने गुरु थे जो दूर दूर तक भागवत कथा, पुराण आदि महाकाव्यों को विधिवत तरीके से पेश करते थे। श्री धीरेन्द्र जी महाराज भी उनके चरणों में रहकर ये सब देखते हुए पड़े बले और इन्होंने रामायण, महाभारत का समस्त ज्ञान भी अपने दादाजी से ही लिया।
सीधे शब्दों में कहें तो दादाजी ही इनके गुरु थे और दादाजी ही बागेश्वर धाम के दूसरे पुनः निर्माता ।
इस तरह का कार्य चलता रहा और धीरेन्द्र कृष्ण जी महाराज स्कूल में भी शिक्षा ग्रहण करने जाने लगे। इन्हे कभी लगातार विद्यालय शिक्षा नहीं मिली मुश्किल से महीने में कभी कभी विद्यालय जाते थे और कुछ महीनों में तो इन्होंने विद्यालय जाना बंद ही कर दिया था क्योंकि इस तरह लगातार जाने का समय नहीं मिलता था कारणवश इन्होंने सोचा कि दाखिला कराने के बाद आवश्यक दिवसों और परीक्षा के दौरान के स्कूल जाएंगे।
इन्होंने इसी सरकारी स्कूल से कक्षा 8 वीं माध्यमिक शिक्षा की पढ़ाई पूरी कर ली और इसके बाद आगे की पढ़ाई करना और भी मुश्किल वाला कार्य था क्योंकि इनके गांव में 8 वीं तक के लिए ही स्कूल था।
लेकिन दादाजी ने पूरी तरह से स्कूल कभी नहीं छुड़वाया वल्कि कक्षा 8 वीं के बाद इनकी शिक्षा पर विशेष ध्यान देना भी शुरू कर दिया । आपको बता दे कि धीरेन्द्र जी के पास किसी भी तरह का साधन नहीं था, कक्षा 8 वीं तक के लिए गढ़ा में ही स्कूल था लेकिन इसके आगे की कक्षाओं के लिए गढ़ा से दूर गंज नामक गांव में दूसरा स्कूल था।
इनका स्कूल गांव से लगभग 6 किलोमीटर दूर स्थित था, इतनी दूर स्थित स्कूल में प्रतिदिन पैदल जाना इतना भी आसान नहीं था। जैसे तैसे करके इन्होंने अपनी 12 वीं तक की पढ़ाई पूरी की, इस दौरान ये प्रतिदिन 6 किलोमीटर पैदल चले और लगभग 3-4 साल इनका इसी तरह व्यतीत हुआ।
12 वी के बाद इन्होंने स्नातक करने की इक्षा जताई लेकिन regular mode से स्नातक करना संभव नहीं था, इसी कारण धीरेन्द्र जी ने बी. ए को प्राइवेट करने का निर्णय लिया क्योंकि इनके पास दूसरा कोई विकल्प ही नहीं था। ग्रेजुएशन के दौरान ये अपने आप को दूसरी दिशा में ले गए तथा जनकल्याण व मानव सेवा में खुदा को लगा दिया।
बागेश्वर महाराज व धीरेन्द्र कृष्ण जी की सफ़लता की कहानी (Career and Success Story of Shri Dhirendra Krishna ji)
धीरेन्द्र कृष्ण जी महाराज ने अपना जीवन गरीबी स्तिथि में बिताया इनके पास इतने भी पैसे नहीं थे कि ये अपनी पढ़ाई किसी अच्छे कॉलेज या किसी अच्छे विषय से कर सकें, इन्होंने पढ़ाई को कभी छोड़ना नहीं चाहा लेकिन शायद भगवान इनकी परीक्षा ले रहे थे जोकि कड़ी परिस्थिति में भी किसी का सहारा नहीं मिला, इनके दोस्त सब अच्छे कॉलेज में पढ़ रहे थे लेकिन इनके पास न तो पढ़ाई के लिए पैसे थे और न ही किसी तरह का कोई आय साधन।
ये एक पंडित हैं और इन्होंने अपने परिवार का पालन पोषण भी भिक्षा मांगकर किया।
लेकिन इतनी सफलता के बाद भी ये अब तक मांग कर ही खाते हैं। इन्होंने पहले भी भिक्षा मांगी और आज भी मांगते हैं।
बागेश्वर वाले महाराज अथवा धीरेन्द्र कृष्ण जी के पिता भी किसी भी तरह की कमाई नहीं करते थे यूं कहें तो इनके परिवार के सभी सदस्यों में सिर्फ यही तो जो सबसे ज्यादा कार्य करते हुए आगे बड़े।
ये अपने परिवार में सबसे बड़े बेटे थे और इसी कारण इनके सर पर सबसे ज्यादा जिम्मेदार भी थी, ये पास के गांव में जा जाकर भिक्षा मांगते थे और सभी जरूरतों को भी पूरा करते थे।
इन्होंने सत्यनारायण की कथा सुनाना शुरू कर दिया जिससे इनका घर थोड़ा अच्छे से चलने लगा। इनके दादाजी के पास तमाम प्रकार का चड़ावा आता था , भक्तजन अपनी श्रद्धा से बहुत कुछ देते थे लेकिन इन्होंने उस चड़ावे से कभी एक पैसे का कोई भी सामान नहीं लिया।
खुद का ठीक से पूर्ति नहीं होती थी और चाड़ावे के धन से ये भंडारा कराया करते थे और खुद भिक्षा मांगते रहे, आप इनके जीवन और इनकी साधना का अनुमान इसी बात से लगा सकते हो।
अब इनका दरवार काफी बड़ा हो चुका है लाखों की भीड़ में भक्त आने लगे और इसी कारण चड़ावा भी ज्यादा होने लगा है। ये इस पैसों को जनकल्याण में लगाते हैं और पूरे साल लोगों की सेवा में लगे हुए हैं।
इनके द्वारा , भंडारा,निशुल्क रुकना, निशुल्क भोजन तथा हर साल गरीब लोगो के विवाह का सारा खर्चा भी उठाया जाता है।
जितनी भी रकम व चड़ोत्तरी भक्तजन से आती है वो सारी की सारी गरीब कन्याओं के विवाह और अन्य जनकल्याण में लगा देते हैं । हाल ही में इनके द्वारा 50-60 विवाह संपन्न कराए गए।
श्री धीरेन्द्र कृष्ण जी के परिवार से संबंधित जानकारी (Shri Dhirendra Krishna Shashtri Family Information )
ये अपने घर के सबसे बड़े बेटे हैं । श्री धीरेन्द्र कृष्ण जी दो भाई हैं और इनकी एक बहन भी हैं।
इस पंडित परिवार में ये अपने माता पिता और भाई बहनों के साथ रहते हैं।
श्री धीरेन्द्र कृष्ण जी ने शादी नहीं की जबकि श्री देवकी नंदन जी महाराज इनकी शादी के विषय पर चर्चा कर चुके हैं।
पिता का नाम ( Father’s Name) | अज्ञात |
माता का नाम ( Mother’s Name) | अज्ञात |
भाई ( Brother) | दो भाई |
बहन ( Sister) | एक बहन |
पत्नी ( Wife Name) | नहीं |
दोस्त ( Friend’s Name) | राजाराम |
संपर्क नंबर एवं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (Address of Shri Dhirendra Krishna Shashtri)
बागेश्वर धाम का पता :- गांव गढ़ा, गंज के पास जिला छतरपुर मध्यप्रदेश
पिनकोड – 471105
( Village Gadha, Ganj near Chhatarpur Madhya Pradesh – 471105 India)
*बागेश्वर धाम का मोबाइल नंबर Bageshwar Dham Mobile Number- +919630313211
*फेसबुक – https://m.facebook.com/2375361212742737/
*बागेश्वर धाम का यूट्यूब चैनल – https://youtube.com/c/BageshwarDhamSarkar
मेल खाता – [email protected]
रोचक तथ्य ( interesting facts)
- श्री धीरेन्द्र कृष्ण जी को बागेश्वर धाम वाले महाराज व संत के नाम से जाना जाता है।
- इन्होंने सन् 2003 से मंदिर के आश्रम में रहना व कार्य करना शुरू कर दिया था।
- इन्हें उच्चतम B.A उपाधि प्राप्त है।
- श्री धीरेन्द्र कृष्ण जी ने शुरू से ही भिक्षा मांगकर परिवार का पालन किया।
- ये अपने परिवार के सबसे बड़े पुत्र हैं।
- इनका पूरा नाम महाराज श्री धीरेन्द्र कृष्ण जी शास्त्री है।
- इन्होंने अभी तक अपनी शादी की राह नहीं दी।
- सूत्रों के मुताबिक शायद ये जीवन में शादी नहीं करेंगे।
- बालाजी सरकार नामक ये स्थान भगवान हनुमान जी के नाम से जाना जाता है।
- बालाजी सरकार व बागेश्वर धाम, हनुमान जी का स्थान है।
सवाल और उनके जवाब ( QNA)
Q. बागेश्वर धाम वाले मुख्य संत का नाम क्या है?
Ans. श्री धीरेन्द्र कृष्ण जी।
Q. बागेश्वर धाम किसलिए प्रसिद्ध है?
Ans. सच्चे दरबार के कारण ।
Q. बागेश्वर धाम में किस भगवान का मंदिर है?
Ans. हनुमान जी का
Q. क्या श्री धीरेन्द्र कृष्ण जी शादीशुदा हैं?
Ans. नहीं
Q. क्या धीरेन्द्र कृष्ण जी कथा, पुराण, रामायण आदि करते हैं?
Ans. हां
Q. क्या श्री धीरेन्द्र कृष्ण जी की कोई girlfriend है?
Ans. नहीं
Q. क्या धीरेन्द्र सिंह की बहन है?
Ans. हां, छोटी बहन।
Q. श्री धीरेन्द्र कृष्ण जी ने किस के साथ शादी की बात साझा की थी?
Ans. श्री देवकी नंदन जी महाराज ने इनकी शादी की बात की, जिसमें वो इनकी शादी करवाने की बात कर रहे थे!
Q. बागेश्वर धाम कैसे जाएं ।
Ans. छतरपुर तक किसी भी साधन से जा सकते हैं, जैसे सड़क परिवहन, रेलवे, हवाई जहाज आदि से। एवं छतरपुर से बस द्वारा जाने का अच्छा मार्ग है।
DISCLAIMER: श्री धीरेन्द्र कृष्ण जी के बारे में उपरोक्त विवरण विभिन्न ऑनलाइन रिपोर्टों से प्राप्त किया गया हैं। वेबसाइट आंकड़ों की 100% सटीकता की गारंटी नहीं देती है। सभी तस्वीरें सोशल मीडिया अकाउंट से ली गई हैं।