जमुई से अमित कु सविता की रिपोर्ट
जमुई जिलाधिकारी अविनिश सिंह शनिवार को विद्यालय की दिव्यांग बिटिया सीमा से मुलाकात की और उसके आधुनिक कृत्रिम पांव का अवलोकन किया। उन्होंने उसे चलाकर देखा और एलिम्को द्वारा लगाए गए आधुनिक कृत्रिम पैर पर संतोष जताया।
श्री सिंह ने सीमा के शैक्षणिक विकास के लिए हर संभव सहयोग दिए जाने का ऐलान किया।
उल्लेखनीय है कि फतेहपुर गांव निवासी खिरन मांझी और बेबी देवी की दिव्यांग सुता 10 वर्षीय सीमा कुमारी को एलिम्को , कानपुर ने आधुनिक कृत्रिम पांव लगाया है। पैर लगाने के बाद उसे वहीं पर एलिम्को ने 10 दिनों तक चलने का प्रशिक्षण भी दिया था। सीमा बिटिया चलन प्रशिक्षण लेने के बाद स्वस्थ , प्रसन्न एवं मुदित भाव से गांव लौट आयी है। अब वह फुदकने की जगह बेझिझक फर्राटा भरने लगी है। डीएम की उपस्थिति में सीमा बिटिया शनिवार को स्मार्ट बोर्ड के जरिए पूरे मनोयोग से पढ़ाई कर मौजूद लोगों को अचंभित कर दिया। आमजनों का मानना है कि जिला प्रशासन जिस तन्मयता से दिव्यांग सीमा को सहयोग कर रहा है , वह दिन दूर नहीं जब वह जमुई के साथ बिहार का परचम देश – दुनिया में लहराएगी। दिव्यांग सीमा के माता – पिता ने इस अमिट और अमूल्य सहयोग के लिए जमुई डीएम के प्रति हृदयतल से आभार जताया और उनके स्वस्थ एवं स्वर्णिम भविष्य की कामना की है।
डीएम अवनीश कुमार सिंह ने बताया कि सीमा को आधुनिक कृत्रिम पैर के साथ चलन प्रशिक्षण मुफ्त में दिया गया है। उसे और उसके माता – पिता को आवासन के साथ आवागमन की सुविधा भी मुफ्त में मुहैया कराई गयी है। सीमा के लिए जिला प्रशासन हर मामले में सजग और सचेत है।
सर्वविदित है कि दिव्यांग सीमा तृतीय वर्ग की छात्रा है। बीते दिनों पढ़ाई के लिए जोश और जुनून दिखाने वाली सीमा बिटिया फुदक – फुदक कर विद्यालय जाने के लिए सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी। जिलाधिकारी ने उसकी प्रतिभा के साथ उसके लगन को सलाम करते हुए उसे पठन – पाठन सामग्री , टैबलेट , सहायक कृत्रिम उपकरण , प्रोत्साहन राशि के साथ अन्य वांछित सुविधा उपलब्ध कराया था।
डीएम की खास पहल पर भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को) कानपुर ने उसे उक्त सभी सुविधाओं के अलावे बेहतर गुणवत्ता वाला कृत्रिम पैर मुफ्त में लगाने का ऐलान किया था। अब एलिम्को ने अपनी घोषणा को अमलीजामा पहनाते हुए उसे देय सुविधा मुहैया करा दिया है। उन्होंने आगे कहा कि एलिम्को ने सीमा और उसके अभिभावक के आने – जाने और आवासन का पूरा खर्च खुद वहन किया है। उसे और उसके माता – पिता को सभी सुविधाएं मुफ्त में मुहैया कराया है। श्री सिंह ने आने वाले दिनों में सीमा जैसी अन्य दिव्यांगों का भी भला किए जाने का संकेत दिया।
उधर सामाजिक सुरक्षा कोषांग के सहायक निदेशक सूरज कुमार ने दिव्यांग बिटिया सीमा के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि वह प्रशिक्षणोंपरांत कुशलतापूर्वक जमुई लौट आयी है। आधुनिक कृत्रिम पैरों के सहारे वह तेजी से चलने लगी है। उन्होंने उसे जिला प्रशासन के सौजन्य से हर संभव सुविधा मुहैया कराए जाने की बात कही।
शिक्षा विभाग के डीपीओ , विद्यालय के प्रधानाध्यापक , शिक्षक एवं गणमान्य लोग इस यादगार क्षण के गवाह बने और जिलाधिकारी के क्रिया – कलापों की जमकर तारीफ की।